डा. अमरजीत कौंके,
जन्म : 1964, लुधियाना, शिक्षा – ऐम. ए. ( पंजाबी ), पीएच. डी
* पंजाबी में निर्वाण दी तलाश ‘च, द्वंद कथा, यकीन, शब्द रहनिगे कोल, स्मृतियां दी लालटेन, प्यास, काव्य संग्रह प्रकाशित,
* हिंदी में मुट्ठी भर रौशनी, अँधेरे में आवाज़, अंतहीन दौड़, बन रही है नई दुनिया, काव्य संग्रह प्रकाशित.
* हिंदी के दिग्गज लेखकों डॉ. केदार नाथ सिंह, श्री नरेश मेहता, कुंवर नारायण, अरुण कमल, राजेश जोशी,बिपन चंद्रा, हिमांशु जोशी, मिथिलेश्वेर, पवन करन, मणि मोहन की पुस्तकों सहित हिंदी से पंजाबी और पंजाबी से हिंदी में 35 पुस्तकों के अनुवाद प्रकाशित.
* पंजाबी में 2001 से " प्रतिमान " नाम की पंजाबी पत्रिका का निरंतर संपादन
* साहित्य अकादेमी, दिल्ली से साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरुस्कार,
* "प्यास" तथा " मुठ्ठी भर रौशनी " पुस्तकों के लिए भाषा विभाग पंजाब से सर्वोत्तम पुस्तक पुरुस्कार,
* गुरु नानक यूनिवसर्सिटी अमृतसर से साहित्य पुरुस्कार सहित अनेक संस्थानों द्वारा सम्मानित.....
पता - डॉ. अमरजीत कौंके
संपादक : प्रतिमान ( पंजाबी )
email: pratimaan@yahoo.co.in
kuchh pane ke liye kuch khona padta hai...kabhi kabhi khud ko bhi.....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना. आप हिन्दी कविता को हिन्दी लिपि में क्यों नहीं लिख रहे?
ReplyDeleteएक निवेदन और...यदि आप शब्द-पुष्टिकरण हटा लें तो टिप्पणीकारों को बहुत सुविधा होगी.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...............अगर इच्छा की जगह चाह लिखें तो ज्यादा अच्छा लगेगा.........
ReplyDeletesuman ji bilkul thik kaha aapne....
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